
बिहार के छपरा में जहरीले मिड-डे मील खाने से अब तक 21 बच्चों की मौत हो चुकी,करीब 40 बच्चे बीमार हैं.दुखद घटना के बाद छपरा में बवाल मचा हुआ है. प्रशासन के खिलाफ गुस्से का इजहार कर रहे हैं.लालू प्रसाद की पार्टी आरजेडी ने सारण बंद का आह्वान किया है.34 बच्चों का इलाज पीएमसीएच में बीमार बच्चों में से 34 का इलाज पटना के पीएमसीएच में चल रहा है.इनमें से 5 बच्चों की हालत नाजुक बताई जा रही है.घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना पर अफ़सोस जताते हुए हुए कमिश्नर और पुलिस के IG से जांच के आदेश दिए हैं.मृतक बच्चों के परिवार के लिए 2-2 लाख रुपये मुआवजे का एलान किया गया है.गुस्साए लोगों ने छपरा में एक पुलिस वैन को आग के हवाले कर दिया.पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहरीले भोजन की पुष्टि जहरीले भोजन का शिकार हुए बच्चे पहली से लेकर पांचवी क्लास के हैं.सभी बच्चे 10 साल से कम उम्र के हैं.पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि भोजन जहरीला था. भोजन में पेस्टिसाइड मिले होने का शक जताया गया है.नीतीश पर विपक्षी पार्टियों का निशाना छपरा की घटना पर विपक्षी दलों ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है.दर्दनाक घटना के खिलाफ आरजेडी ने सारण बंद बुलाया है.छपरा से लोकसभा सांसद लालू प्रसाद ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.लालू ने कहा कि बिहार में सरकार नाम की चीज़ नहीं है.लालू ने इस मामले में नीतीश सरकार के एक मंत्री के खिलाफ जांच की भी मांग की है.

राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी ने नीतीश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि यह बच्चों की मौत नहीं,बल्कि हत्या है.एलजेपी मुखिया ने घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग की है.क्या है मामला गौरतलब है कि छपरा में गंदामान गांव के प्राइमरी स्कूल के बच्चों को मिड-डे मील के तहत दाल,चावल और सब्ज़ी खाने को मिली थी.भोजन करते ही बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी.जहरीले भोजन ने कई बच्चों ने दम तोड़ दिया.परिजनों के मुताबिक,जिन बच्चों ने सब्जी नहीं खाई,वे ठीक हैं.इस दर्दनाक घटना के बाद बच्चों के घरों में मातम छाया है.जेडीयू-बीजेपी गठबंधन टूटने के बाद बिहार की नीतीश सरकार लगातार मुश्किलों में घिरती नजर आ रही है.पहले बोधगया के महाबोधि मंदिर पर हुए आंतकी हमले की वजह से राज्य सरकार को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था अब बिहार के छपरा में मिड डे मील से 20 बच्चों की मौत होने की वजह से जेडीयू विपक्ष की चौतरफा हमलों से घिर गई है.
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