मध्यप्रदेश में इन दिनों ऐसी शिक्षा को लेकर सरकार गंभीरता दिखा रही है जो न केवल संस्कार देने वाली हो बल्कि तोरितरोजगार देने वाली हो अमूमन शिक्षा के बाद भी यूवाओं को रोजगार के लिए दर दर भटकना होता है इसके बाद भी उन्हे सफलता हाथ नहीं लगती इसके कारण तो कई हो सकते है लेकिन सबसे बड़ा कारण अनुभवहीनता भी होता है इसकी कमी उन्हे खलती है और अच्छीभली नोकरी कई बार हाथ से निकल जाती है भविष्य में ऐसा न हो इसके लिए राज्य सरकार आई . टी आई युवाओं को प्रशिक्षण के लिए गंभीर है| जिसके लिए तकनीकी शिक्षा मंत्री अर्चना चिटनीस ने भी ऐसे प्रयासों पर बल दिया मध्यप्रदेश की तकनीकी शिक्षा मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनीस ने आज यहाँ कहा की सभी ओद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान \ आई टी आई \ यूवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण दिया |
श्रीमती अर्चना चिटनीस ने तकनीकी शिक्षा विभाग की संभागीय बेठक में निर्देश दिए की सभी ओद्योगिकप्रशिक्षण संस्थान अपने छेत्र के उद्योगों की पहचान कर उनकी जरूरत के व्यवसायों के रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण यूवाओं को दे | शिक्षा मंत्री ने कहा अब ओद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के मेधावी छात्र पोलेटेक्निक कोलेज के डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवेश ले सकेंगे | उन्होंने कहा की आने वाले समय में आई टी आई से प्रशिक्षित तकनीशियनों की मांग बढेगी इसे ध्यान में रखकर नए पाठ्यक्रमो को शुरू किया जाए उन्होंने कहा की अपारंपरिक उर्जा मशीनों की मरम्मत मेडिकल छेत्र से जुडी मशीनों की मरम्मत और विज्ञान से जुड़े नए पाठ्यक्रम शुरू किये जाएँ जिन ओद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओ के स्वयं के भवन नहीं है उनके भवन निर्माण के प्रस्ताव तय्यार कर राज्य शासन को भेजे |