मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा विगत समय में हुई पुलिस विभाग की समीक्षा बैठकों में अपराध नियंत्रण के लिए पुलिस के साथ आमजन की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जनसंवाद के निर्देश दिए गए थे।

उन्होंने कहा था कि पुलिस की कार्यक्षमता से जनता का सरोकार रहे, गुंडों में दहशत हो और आमजन का पुलिस पर विश्वास कायम रहे,इसी विश्वास से यह अभियान चलाया गया है। उन्होंने विश्वास जताया कि जनसंवाद से पुलिसिंग और अच्छी होगी। इन्हीं निर्देशों के परिपालन में प्रदेश के सभी 968 थानों में आईजी,डीआईजी, एसपी, एसडीओपी सहित सभी अधिकारियों की उपस्थिति में “पुलिस जनसंवाद” का आयोजन किया गया । 

इसी तारतम्य में भोपाल के अशोका गार्डन थाना क्षेत्र की वर्धमान ग्रीन पार्क कॉलोनी में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में पहुंचे डीजीपी सुधीर सक्सेना ने कहा कि पुलिस की वर्दी हमें पॉवर के लिए नहीं,बल्कि नागरिकों की सेवा करने के लिए मिली है। जब हम जनता की सेवा करेंगे तब ही वर्दी पहनना सार्थक होगा। उन्होंने कहा कि जनता और पुलिस को साथ जुड़कर काम करना अत्यंत आवश्यक है। आमजन द्वारा सीसीटीवी लगाए जाने की पहल की सराहना करते हुए डीजीपी सुधीर सक्सेना ने कहा कि पूरे प्रदेश में योजना बनाकर यथासंभव तकनीकी सहायता उपलब्ध कराई जाएगी ताकि अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण संभव हो सके।  

डीजीपी द्वारा दिए गए आदेश के अनुसार आमजन की अपेक्षाएं एवं सुझाव प्राप्त करने के लिए आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में थाना क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों, प्रबुद्धजनों, विभिन्न व्यवसायों जैसे डॉक्टर, अधिवक्ता, शिक्षाविद, विभिन्न व्यापारिक मंडलों के प्रतिनिधियों, जनसामान्य से जुड़ी संस्थाओं के प्रतिनिधियों आदि ने सहभागिता की। व्यक्तियों से उनके निवास के क्षेत्र में सुरक्षा का वातावरण,पुलिस से उनकी अपेक्षाओं,सुरक्षा संबंधी समस्याओं व सुझावों की जानकारी प्राप्त की गई तथा पुलिस की कार्यप्रणाली के बारे में उन्हें अवगत कराया गया। 

जनोन्मुखी पुलिस बनाने की मुख्यमंत्रीजी की इच्छा अनुरूप हुआ प्रदेशव्यापी जनसंवाद में लोगों ने साइबर क्राइम, सीसीटीवी कैमरा इंस्टालेशन, नशा मुक्ति, महिला सुरक्षा, पुलिस का आमजन से व्यवहार तथा छोटे-मोटे विवादों को पुलिस की मध्यस्थता से सुलह कराने जैसे विषय रखे। डीजीपी सुधीर सक्सेना ने कहा आमजन की अपेक्षाओं और सुझावों से पुलिस की आगामी कार्यनीति निर्धारित की जाएगी, ताकि मुख्यमंत्री जी की मंशानुरूप पुलिस - आमजन सहभागिता सुनिश्चित हो सके और अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सके। उन्होंने कहा कि जनता का विश्वास और जनता का साथ ही पुलिस को सक्षम बनाएगा। कुछ ऐसे अपराध हैं, जो पुलिस अकेली नियंत्रित नहीं कर सकती, जैसे- सुचारु ट्रैफिक व्यवस्था, नशा मुक्ति, सामाजिक कुप्रथाएं आदि। 

आमजन के सुझावों से पुलिस बनेगी बेहतर :- डीजीपी ने वर्धमान ग्रीन पार्क में आयोजित “पुलिस जनसंवाद” में उपस्थित जन से उनके क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था,पुलिस से उनकी अपेक्षाओं की जानकारी और सुझाव लिए। इस अवसर पर डीजीपी सुधीर सक्सेना ने कहा कि मुख्यमंत्री जी की मंशानुसार करने का मुख्य उद्देश्य बैठकर - मिलजुलकर विचार-विमर्श करना है,ताकि हम आपकी अपेक्षाएं और आपके सुझाव जान सकें। पुलिस कार्रवाई के वैधानिक और व्यावहारिक पहलुओं की आपको भी जानकारी हो। जब हम मिलकर बात करेंगे तभी समाधान निकलेगा। 

सुधीर सक्सेना ने कहा कि नशे को रोकने में भी जनता पुलिस का सहयोग करे। नशे के दुष्परिणामों के बारे में अन्य लोगों को जागरूक करें। साइबर क्राइम से बचने के प्रति भी आप जागरूक हों और दूसरों को जागरूक करें। साथ मिलकर समाज को सुदृढ़,सुरक्षित व अच्छा बनाएं ताकि मप्र शांति का टापू बना रहे। उन्होंने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपने आज जो भी सुझाव हमारे समक्ष रखे हैं,उन्हें हम पूरी गंभीरता से लेकर उन्हें दूर कर सुधार करने का पूरा प्रयास करेंगे।  

समस्याओं को निपटाने का बेहतर तरीका :- हरिनारायणचारी मिश्र अशोका गार्डन थाना क्षेत्र की ग्रीन पार्क कॉलोनी में हुए “पुलिस जनसंवाद” में पुलिस कमिश्नर भोपाल हरिनारायणचारी मिश्र ने आमजन से संवाद करते हुए कहा कि संवाद किसी भी तरह की समस्या को निपटाने का बेहतर तरीका है। मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा प्रदेशभर में आयोजित जनसंवाद से स्थानीय समस्याओं काे जानने का प्रयास किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का उदेश्य सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करना है। 

पुलिस की कार्यप्रणाली के विषय में जनता के विचार जाने :- पुलिस की जनोन्मुखी भावना का परिचय देने और प्रदेश में शांतिपूर्ण वातावरण बनाए रखने के लिए जनभागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से डीजीपी के निर्देशानुसार प्रदेश के सभी जिलों में जनसंवाद का आयोजन किया गया। 

प्रदेश के सभी आईजी, डीआईजी, सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक, एएसपी, एसडीओपी और थाना प्रभारी सम्मिलित हुए। राज्य के 968 थानों में हुए इस कार्यक्रम के दौरान पुलिस ने एक लाख से अधिक लोगों से जनसंवाद किया और उनके क्षेत्र में व्याप्त कुप्रथाओं, वहां सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति और पुलिस की कार्यप्रणाली के विषय में उनके विचार जाने। साथ ही पुलिस से उनकी क्या अपेक्षाएं हैं, इस बारे में उनके सुझाव भी प्राप्त किए।  

अपराधों की रोकथाम के लिए जनता का साथ जरूरी :- मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के निर्देशानुसार व डीजीपी सुधीर सक्सेना के मार्गदर्शन में इस तरह का जनसंवाद कार्यक्रम नियमित अंतराल पर आयोजित किया जाएगा। समय - समय पर इस तरह के आयोजन से पुलिस और आम नागरिकों के बीच विश्वास की भावना बढ़ेगी और वे बिना झिझक अपनी बात पुलिस अधिकारियों से कह सकेंगे। साथ ही पुलिस को भी सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने में सहायता मिलेगी।   

पुलिस की जनोन्मुखी पहल की आमजन ने की प्रशंसा : - पुलिस द्वारा प्रदेशभर में आयोजित किए गए जनसंवाद कार्यक्रम की आमजन ने प्रशंसा की। जनसंवाद में उपस्थित लोगों ने कहा कि इस तरह के आयोजन समय - समय  पर होते रहने चाहिए। इससे पुलिस और आमजन के बीच सहभगिता बढ़ेगी और पुलिस के प्रति आमजन में विश्वास बढ़ेगा।