दिल्ली : सरकर देश में सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान पर रोक लगा चुकी है, लेकिन पिक्टोरिकल वार्निंग कँन टोबेको प्रोडक्ट्स (चित्र के ज़रिये तम्बाकू उत्पाद के उपभोग पर चेतावनी) की बात पर चुप्पी साध लेती हैं वोलंटियरी हेल्थ एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सर्वे से स्पष्ट होता हैं कि लोग बीडी पर भी पिक्टोरियल वार्निंग को सही मानते हैं अगर सर्वे की बात करे तो 98 प्रतिशत लोग बीड़ी के पैकेट पर पिक्टोरियल वार्निंग की बात को जायज़ ठहरा रहे हैं 99 प्रतिशत लोगो का कहना हैं कि पिक्टोरियल वार्निंग ज्यादा कारगर होगी, जबकि 73 प्रतिशन लोग इसे लागू करने में हो रही देरी के लिए सरकार की मंशा पर सवाल उठा रहे हैं देश के चार मेट्रो शहरो में किए गए सर्वे में मुंबईवासियों ने इसे सौ फीसदी ज़रूरी बताया हैं, तो चेन्नई और कोल्कता निवासियों ने 98 प्रतिशत जायज़ ठहराया हैं दिल्ली के 97 प्रतिशत लोगो ने भी इसे ज़रूरी बताया हैं लोगो का कहना हैं कि सिगरेट की तरह बीड़ी के पैकेट पर भी लिखा होना चाहिए कि धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हैं यह सर्वे 15 से 64 वर्ष की उम्र के 1026 लोगो के बीच किया गया सर्वेक्षण में दिल्ली के 262, मुंबई के 254, चेन्नई के 258 और कोल्कता के 252 निम्न एवं मध्यमवर्गीय महिला-पुरुषों को शामिल किया गया था