लोग सही कहते हैं कि आज के बच्चे कल के नेता, डॉक्टर, इंजीनियर, समाजसेवक, वैज्ञानिक हैं। यह अभी जो सीखेंगे वहीं आगे चलकर करेंगे, इन्हें भविष्य निर्माता भी माना जाता है। इसका उदाहरण दिया है विघिश्री कान्वेंट स्कूल के बच्चों ने। विघिश्री कान्वेंट स्कूल प्रबंधन ने पानी बचाने के संदेश को लेकर स्कूल परिसर में एक कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में छोटे-छोटे बच्चों ने गुलाल और फूलों से होली खेली। यही नहीं उन बच्चों ने यह भी कहा कि हम घर जाकर अपने माता-पिता और पडोसियों से भी यही कहेंगे कि पानी की बचत करने के लिए रंगों की होली नहीं खेलें। पिछले कुछ सालों से जिले में जल संकट गहराता जा रहा है। जब अभी यह हाल हैं तो मई और जून में क्या स्थिति होगी। इस वर्ष काफी कम बारिश हुई है। इस कारण जलस्रोत भर नहीं पाएं। जल संकट के इस दौर से गुजर रहे नागरिक रंगों से होली न खेलें, इस लिए विघिश्री कान्वेंट स्कूल में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के तहत स्कूल के सभी बच्चों ने फूल और गुलाल से होली खेली। यही नहीं स्कूल की शिक्षिकाओं ने भी बच्चों के साथ गुलाल से और फूलों से जमकर होली खेली। इस कार्यक्रम में जहां स्कूल के सभी छोटे-छोटे बच्चे उपस्थित थे, वहीं स्कूल की शिक्षिका राखी पाठक, संगीता दत्त, रोमा तिलवानी, अपूर्वा, दीपाली जैन, गीता चावला सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।