लोकसभा चुनाव के प्रचार की गहमा-गहमी के बीच देश के कई बडे नेता आतंकियों के निशाने पर हैं। खुफिया एजेंसियों ने आगाह किया है कि मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में आतंकवादी बडी घटना को अंजाम दे सकते हैं। इस सम्बन्ध में गृह मंत्रालय ने सभी सम्बन्धित राज्यों को सुरक्षा व्यवस्था पैनी करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। पुलिस मुख्यालय को मिले पत्र के बाद वहां से प्रदेश के सभी रेंज के आला पुलिस अधिकारियों को चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ करने के आदेश दिए गए हैं। आईबी ने जताई आशंकाआईबी ने अपनी खुफिया रिपोर्ट में कहा है कि चुनाव प्रचार के दौरान सुरक्षा खामियों का फायदा उठाकर आतंकी बडे हमलों को अंजाम दे सकते हैं। हालांकि, यह नहीं बताया गया है कि किन नेताओं की जान को ज्यादा खतरा है। खुफिया एजेंसियों को इस बाबत कई सबूत भी मिले हैं। निशाने पर सभी दलों के बडे नेता हैं। लालकृष्ण आडवाणी, नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, फारूख अब्दुल्ला समेत कई नाम शामिल हैं।मार्च-अप्रेल में खतरागृह मंत्रालय से यह पत्र पुलिस मुख्यालय को मार्च के प्रथम सप्ताह में मिला है। इस पत्र में गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सूचना तंत्र का हवाला देते हुए प्रदेश की पुलिस को लोकसभा चुनाव के दौरान सार्वजनिक स्थलों, रेलवे स्टेशनों के साथ ही राजनीतिक रैली और आमसभाओं में विशेष सुरक्षा बरतने को कहा है। पत्र में बताया गया है कि मार्च और अप्रेल में आतंकी संगठन बडे पैमाने पर अस्थिरता फैलाने और देश को आर्थिक नुकसान पहुंचाने के अलावा साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाडने का काम भी कर सकते हैं। देनी होगी केन्द्र को जानकारीप्रदेश में आतंकी हमलों से निपटने के लिए सुरक्षा के इंतजामों को लेकर गृह मंत्रालय को भी लगातार सूचित करना होगा। इसके लिए मुख्यालय से बीस बिन्दु तैयार किए गए हैं, जिन पर चुनाव के दौरान प्रतिदिन हर जिले के पुलिस अधीक्षक को मुख्यालय जानकारी भेजनी होगी, जिसे केन्द्रीय गृह मंत्रालय भेजा जाएगा।खतरे वाले राज्यमध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात और दिल्ली।कांग्रेस ने तय किए 9 नाम, घोषणा बाद मेंभोपाल। कांग्रेस ने प्रदेश की दूसरी सूची के लिए बुधवार को नौ नाम तय कर लिए। दिग्विजय सिंह और प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पचौरी के मामलों पर पार्टी निर्णय नहीं कर पाई। जिस सूची को अंतिम रूप दिया गया, उनमें ज्यादातर नाम पहले से अपेक्षित थे। इनमें नए नाम तो हैं, लेकिन वे पैनल में शामिल थे। केंद्रीय चुनाव समिति ने भिंड में कुलपति इंदौर विवि डॉ.भागीरथ प्रसाद, मंदसौर से मीनाक्षी नटराजन, खरगौन से बाला बच्चन, जबलपुर से रामेश्वर नीखरा, शहडोल से राजेश नंदिनी, खजुराहो से राजा पटौरिया, उज्जैन से प्रेमचंद गुड्डू, सागर से असलम शेर खान और विदिशा से राजकुमार पटेल के नाम हैं। प्रदेश के लिए प्रत्याशी चुनने में कांग्रेस पीछे चल रही है। भारतीय जनता पार्टी जहां प्रदेश की नब्बे प्रतिशत सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है, वहीं कांग्रेस ने अब तक 12 प्रत्याशी ही घोषित किए हैं। बुधवार को उसने जिन नौ नामों को मंजूरी दी है, उनकी सूची भी अधिकृत तौर पर उसने जारी नहीं की है। यह एक दो दिन में जारी होने की सम्भावना है। उसी समय दिग्विजय सिंह और पचौरी के नामों पर भी फैसले की उम्मीद है।फिर जागा उमा भारती का भाजपा प्रेमनई दिल्ली। भाजश प्रमुख उमा भारती ने बुधवार को कहा कि आडवाणी उनके पितातुल्य तथा राजनाथ सिंह भाई समान हैं और वह आम चुनाव में भाजपा के लिए चुनाव प्रचार करेंगी। जैसे बेटियां हर स्थिति में पिता के साथ खडी नजर आती हैं, वैसे ही मैं आडवाणी के साथ खडी रहूंगी। भाजपा में शामिल होने के बारे में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में उमा ने कहा कि मैं दो महीने तक ऎसा कोई काम नहीं करना चाहती, जिससे आडवाणी के लिए समस्या खडी हो। मैं उन्हें पीएम के रूप में देखना चाहती हूं। शिवराज और तोमर से मिले प्रहलाद पटेलभोपाल। पूर्व केन्द्रीय मंत्री व भारतीय जनशक्ति पार्टी (प्रहलाद गुट) के नेता प्रहलाद पटेल की भाजपा में जल्द वापसी होने वाली है। बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर से उनकी मुलाकात हुई। नरेन्द्र तोमर के निवास पर रात सवा नौ बजे से लेकर आधे घण्टे तक हुई गोपनीय भेंट से समझा जा रहा है कि अगले एक-दो दिन में पटेल की भाजपा में वापसी हो सकती है। भाजपा ने अब तक छिंदवाडा, खजुराहो और सीधी सीट घोषित नहीं की है। प्रहलाद की वापसी की सूरत में उन्हें खजुराहो या छिंदवाडा संसदीय सीट से उतारा जा सकता है। मायावती पासवान को झटका: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पहले प्रदेश में मायावती और रामविलास पासवान की उम्मीदों को तगडा झटका लगा है। बुधवार को कद्दावर दलित नेता व पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष फूलसिंह बरैया भाजपा में शामिल हो गए। इसी तरह बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भुजबलसिंह अहिरवार व गोंडवाणा गणतंत्र पार्टी के प्रदेश महामंत्री सुखेन्द्र तिवारी ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली।मोदी फॉर्मूला हिट पर फिट नहीं: सीएमउषा श्रीवास्तव, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का मानना है कि मोदी फार्मूला हिट हो सकता है लेकिन हर राज्य पर फिट नहीं बैठ सकता। सबके अपने राजनीतिक-सामाजिक हालात होते हैं जिन्हें देख-समझकर फैसला करना पडता है। लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बाबत दिल्ली पहुंचे शिवराज सिंह ने "पत्रिका" को बताया कि वो जो जीत सके और बेहतर हो उसे प्रत्याशी बनाने में यकीन रखते हैं। शिवराज गुजरात की तर्ज पर सांसदों के टिकट काटने के पक्ष में नहीं हैं। पिछली बार प्रदेश की 29 में से 25 सीटें जीतने वाली भाजपा के लिए इस बार क्या सम्भावना है, पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछला रिकॉर्ड तोड देंगे यह कहना पाखंड होग। लेकिन रहेंगे 25 के आसपास। मुख्यमंत्री ने बताया कि सीधी, खजुराहो और छिंदवाडा जैसी सीटों पर उम्मीदवारी कांग्रेस की सूची आने के बाद तय करने का इरादा है। बसपा अथवा सपा के प्रभाव से इनकार करते शिवराज ने कहा कि मध्य प्रदेश में सदा कांग्रेस और भाजपा के बीच दोतरफा मुकाबला होता आया है। इस बार भी होगा। भाजश नेता उमा भारती के आडवाणी को दिए समर्थन का असर क्या राज्य में भाजपा को और मजबूत बनाने के रूप में दिखेगाक् इस सवाल को टालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे अभी इस घटनाक्रम से अनजान हैं। प्रहलाद पटेल की वापसी के बाबत उन्होंने कहा कि प्रस्ताव पर विचार हो रहा है।
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