चाय के पौधे करीब 2 से ढाई साल में तैयार हो जाता है और 5 वें वर्ष से पत्ती की नियमित तोड़ाई की जाती है।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर कहा कि जशपुर चाय बागान के लिए भी जाना जाता है। चाय की खेती वास्तव में एक फायदेमंद खेती है,इसे बढ़ावा देने से यहां अनेक किसानों को काफी फायदा होगा। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि चाय की खेती के लिए किसानों का समूह बनाये और उन्हें प्रोत्साहित करें।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चाय पौध रोपण कार्य मंे लगे मजदूरांे से पारिश्रमिक की राशि तथा नियमित भुगतान के बारे में पूछ ताछ की। इस अवसर पर खाद्य मंत्री एवं जिले के प्रभारी अमरजीत भगत, संसदीय सचिव एवं सामरी विधायक चिंतामणी महाराज,जशपुर विधायक विनय भगत, कमिश्नर जी. किंडो, पुलिस महानिरीक्षक रतन लाल डांगी, कलेक्टर महादेव कावरे, पुलिस अधीक्षक बालाजी राव सहित स्थानीय जनप्रतिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।
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